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Sunday, May 26, 2024

પહેલીવાર નજર સમક્ષ જોયેલા ગોઝારી ઘટનાના ચિહ્નો

રાજકોટની અંબિકા ટાઉનશિપમાં રહું છું. મહિનાનો ચોથો શનિવાર એટલે મારે ઓફિસે રજા હતી. હું મારા મમ્મી સાથે ખરીદી માટે બહાર ગયો હતો. પરત ફર્યા બાદ જોયું તો સુવર્ણભૂમિ એપાર્ટમેન્ટની પાછળ ધુમાડાના ગોટેગોટા દેખાયા.

હું તપાસ માટે અમારા એપાર્ટમેન્ટની અગાશી પર ગયો તો જોયું કે મારા પત્ની જ્યાં કામ કરે છે તે જ દિશાથી ધુમાડા આવી રહ્યા હતા. મને ચિંતા થઈ અને તરત સ્કૂટરનું સેલ્ફ મારીને ત્યાં પહોંચી ગયો તો ખબર પડી કે ધુમાડા હજી દૂરથી આવી રહ્યા હતા.

આ દિવસ હતો 25 મે, 2024. રાજકોટના TRP Game Zone માં આગની ઘટનાનો દિવસ. ઘટનાના ચોક્કસ સ્થાન વિશે ટીવીમાં સમાચાર જોઈ જાણવા મળ્યું.

અત્યાર સુધીમાં 28 લોકોના મોત થયાનું જાણવા મળ્યું છે. પરમકૃપાળુ પરમાત્મા તેમની આત્માને શાંતિ આપે અને અસરગ્રસ્તોને ત્વરિત અને યોગ્ય ન્યાય મળે એ જ ઈચ્છું છું.

Saturday, August 14, 2021

ધર્મના દસ લક્ષણો

ધર્મના આ દસ લક્ષણો છે. જે માત્ર હિન્દુઓને નહીં, પણ તમામ મનુષ્ય સહિત તમામ જીવોને લાગુ પાડી શકાય છે.

આ દસ લક્ષણોને ધારણ કર્યા વિના કોઈ પણ તપ, વ્રત, દાન, પાઠ, પૂજા-પદ્ધતિ કે કર્મકાંડનું ફળ જીવનભર ન રહેતા અલ્પકાલિન મળે છે. ધર્મના આ દસ લક્ષણોને ધારણ કરનાર વ્યક્તિ જ ધાર્મિક છે.

धृति: क्षमा दमोऽस्‍तेयं शौचमिन्‍द्रियनिग्रह:।
धीर्विद्या सत्‍यमक्रोधो दशकं धर्मलक्षणम्‌।।

ધૃતિ: = ધીરજ, સબુરી
ક્ષમા = બીજાને માફ કરી દેવા
દમ: = મન પર કાબુ રાખવો
અસ્તેય = ચોરી ન કરવી (વિના મહેનતનું ધન લેવાની આશા ન રાખવી)
શૌચમ્ = તન, મન, આત્માથી પવિત્ર રહેવું
ઈન્દ્રિય નિગ્રહ: = સારી વાતો/વિચારો ગ્રહણ કરવા
ધીર = સ્વાર્થ છોડવો અને પરોપકારની ભાવના રાખવી
વિદ્યા = હંમેશા નવું શીખતાં રહેવાની ધગશ
સત્યમ્ = સાચુ બોલવું
અક્રોધ: = ગુસ્સો ન કરવો

Monday, June 4, 2018

Difference between Hindi and Urdu

Both have same grammatical rules, same to be form, same wh question format etc. But nouns are different.

In Urdu, most of the words are derived from Persian. No words can be seen which are derived from Sanskrit. Although Persian and Sanskrit both derived from a same ancient language. Writting system is nāstāliq script.


Hindi has two different forms: kovid and vinit. vinit is also known as Urdu. In kovid, most of the words are derived from Sanskrit. It also known as shuddh Hindi. Writting system is devanāgari script.


One thing can be notice that most of the people cannot speak full kovid. They mix-up some words from vinit also. So in normal Hindi you can listen the mixture of shuddh Hindi and Urdu.

But most of the Bollywood songs are in fully Urdu.

For example,

āp ki khidmat me yeh tohfa hazir hai. (Urdu)

āp ki seva me yeh upahār upasthit hai. (shuddh Hindi (kovid))

mix of above. (Hindi)

Sunday, December 10, 2017

Saving management and investment | अपनी मंथली सैलेरी को कैसे मेनैज करे? (मेरा फार्मूला)

Saving management and investment | अपनी मंथली सैलेरी को कैसे मेनैज करे? (मेरा फार्मूला)


मैंने अपनी मंथली सैलेरी को मेनैज करने के लिए कुछ निधियाँ (Funds) बनाई है| सभी निधियों में जमा राशि अलग अलग पर्पज़ के लिए रहती है| यह फार्मूला मैंने अपने दादाजी से सिखा है, जो खुद एक शिक्षक थे| हर महीने इनकम आते ही मैं उसे अलग अलग निधि में उसके पूर्वनिर्धारित प्रतिशत (Pre-defined Percentage) के अनुसार जमा कर देता हूँ और हर साल जितना भी इनकम टेक्स लगता है उसको उसी प्रतिशत के अनुसार उठा भी लेता हु|


कुछ फंड की जानकारी निम्नानुसार है|

--> चेरिटी फंड


दुनिया के सभी धर्म में दान-पुण्य का बहुत महत्त्व होता है| सभी को दान करना ही चाहिए और उसके लिए कोई सीमा निर्धारित करना चाहे तो एक फंड चेरिटी का रख सकते है| हिंदु अर्थशास्त्र के अनुसार अपनी आय का कम से कम १० वा भाग दानधर्म के लिए जाना चाहिए|

--> रिज़र्व फंड


रिज़र्व फंड यानी आरक्षित निधि आपातकाल या पैसो की कमी की स्थिति में हमें सुरक्षा प्रदान करती है| यद्यपि हमें सुरक्षा प्रदान करने के लिए जीवन बिमा भी होता है| जो मुसीबत के समय रिज़र्व फंड से ज्यादा सुरक्षा देती है, लेकिन उसमे कुछ शर्ते भी होती है| यदि हम जीवन बिमा के साथ साथ रिज़र्व फंड का प्रबंधन करने की भी आदत डाले तो उसमे बिना शर्त जब चाहे तब सुरक्षा ले सकते है|

रिज़र्व फंड में पैसे जमा करना ज्यादा और उठाना कम होता है| अतः उसके लिए फिक्स्ड डिपोजिट, रिकरिंग डिपोजिट, फ्लेक्सी रिकरिंग डिपोजिट या ओटोस्वीप बचत खातों (फ्लेक्सी फिक्स्ड डिपोजिट) को उपयोग में लिया जा सकता है|

--> Home Consumer Expenditure (HCE) फंड


इसका सीधा मतलब होता है घर की दैनिक, मासिक या वार्षिक जरूरत जैसे राशन-पानी के लिए आवंटित की गई धनराशि|

इस निधि का प्रयोग जीवनसाथी या घर के अन्य सदस्यों के साथ ज्वाइन्ट एकाउंट में करना चाहिए| इस एकाउंट के साथ जुडा घर का हरेक सदस्य इसमें पूर्वनिर्धारित प्रतिशत की सेलैरी जमा कर सकता है और घरखर्च के लिए उठा सकता है|

--> एज्युकेशनल फंड


बच्चों की पढाई के लिए आवंटित की गई धनराशि| उसके लिए यदि जीवनसाथी कमाता है, तो उसके साथ ज्वाइन्ट एकाउंट होना चाहिए|

--> पर्सनल फंड


केवल हमारे व्यक्तिगत खर्च के लिए| हो सके तो हमारा सेलैरी अकाऊंट ही हमारा पर्सनल फंड होना चाहिए|

Wednesday, August 2, 2017

Fixed Deposit Vs Mutual Fund (हिंदी)

कभी कभी हम सबको एक सवाल मन में आता है,
फिक्स्ड डिपोजिट और म्युच्युअल फंड में से कौन सा विकल्प सही है?

इस सवाल का जवाब एक झटके से देना उचित नहीं है|

सबसे पहले तो हमें फिक्स डिपोजिट और म्युच्युअल फंड के बारे में विस्तार से समजना होगा|

फिक्स डिपोजिट बैंक प्रदान करता है| जिसमे आपको कुछ पैसे कुछ समयावधि के लिए बैंक के पास फिक्स कर देने होते है, इस पर बैंक थोडा ज्यादा ब्याज देती है| यदि आपके पास पूरे पैसे नहीं भी हो तो रिकरिंग डिपोजिट के प्रयोग से हर महीने थोड़े थोड़े पैसे भी जमा कर सकते है| बैंक इसी पैसे को लोन के तौर पर देता है और धनलाभ कमाता है| फिक्स या रिकरिंग डिपोजिट जब मेच्योर होती है, तब आपको उसी समय की ब्याजदर समेत मूल 100% गारंटी से वापिस मिल जाता है, जिस समय आपने उसे शुरू किया था|

म्युच्युअल फंड व्यावसायिक बाजार से और ख़ास कर शेयर मार्केट से जुड़ा हुआ स्कीम है| इसमें आप जिस संस्था के पास पैसा जमा करते है, वही संस्था उस पैसे को अलग अलग जगह (जैसे, शेयर, सोना, बोन्ड आदि में) इन्वेस्ट कर देती है और उससे धनलाभ उठाती है| म्युच्युअल फंड में जब आप फंड बेचकर पैसा वापिस ले, तो उसकी किंमत ज्यादा भी हो सकती है, कम भी हो सकती है और दिवालिया होने पर पैसे डूब भी सकते है!!!

निष्कर्ष

दोनों में से कहा पैसा दे, इसके लिए सबसे पहले खुद से सवाल करे: मुझे इस पैसे की बचत करनी है या इन्वेस्टमेंट?

यदि आपका उद्देश्य बचत करना है, तो फिक्स या रिकरिंग डिपोजिट ही सही विकल्प है क्योंकि उनमे मैच्योरिटी के समय ब्याज समेत मूल रकम मिलने की गारंटी होती है|

यदि आपका उद्देश्य पैसे को इन्वेस्ट करना है, तो शेयर, सोना, बोंन्ड, म्युच्युअल फंड इत्यादि तो है ही!